Sunday, May 4, 2008

पल दो पल की जवानी

काल करे सो आज कर - आज करे सो अब
पल में परलय होयगी फेर करेगा कब

पल दो पल की मस्ती है पल दो पल की यह जवानी है
पल दो पल की बस्ती है पल दो पल की रवानी है

की खबर नहीं ..................
फीर भी राधा क्रष्ण की दीवानी है
ऊपर वाले ने कुछ भला करने को दी यह जिंदगानी है

खाली हाथ आया था और खाली हाथ गया था
हाथी ना घोडा ,आम्भी ना पोरस साथ कब्र में सोया था

कीमत समय की करले .......सुख पायेगा
काल का बुलावा आ गया तब सोच सोच पछतायेगा


कितने ही ही सुरमा फोत हो गए बिना परमार्थ कीये
याद करता है जमाना सिर्फ उन्हें ..............
जिन्होंने दूसरो के लीये प्राण न्योछावर किय

प्रण करो, त्याग करो, दया करो दूसरो के काम आओ
नाम अमर अपना करो, दीन दुखियों के काम आओ

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