Sunday, July 10, 2016

बरसात


तुम्हारे दिल की दास्ताँ बयानी
दूनिया को हमारी प्रेम कहानी
हम ने दिया साथ हर कदम पर तुम्हारा
हसरत थी तुम साथ दोगी हमारा
लेकिन तुम तो देखते देखते बेगानी होगयी
किसी और के दिल की रानी हो गयी
छोड़ हमे गमों के समंदर में
तुम तो आसमान की दामिनी सी हो गयी
बर्फ केटुकड़े सा मेरा दिल फिसलता रहा
तुम तो टुटा हुआ सपना होगयी
आज फिर तुम्हारी आवाज़ आई
जैसे उजड़े चमन में बहार आई
तुम फिर टुटा घोसला बनाने चली हो
यानि हमारे अरमानो का चमन खिलाने चली हो
आता नहीं यकीं सब्र होता नहीं. यकीं करो हमारा
क़यामत तक करेंगे इंतज़ार तुम्हारा
तुम क्या सुनाओगी दासता ए दिल
हमारे दिल की किश्ती को जब मिलेगा साहिल
सकूनों की झड़ी लगेगी
सावन की घटा जैसी आँखें लड़ेंगी
चारो और हरियाली छा जायेगी
तुम अगर आये तो करारों की बरसात आएगी