Monday, April 7, 2008

राही

एक ख्वाब एक ख्याल एक हकीकत हो तुम,
दोस्ती में पड़ने वाली हर जरुरत हो तुम…
जीसको रोज़ मीस करूं ,
अरे यार ! ऐसी शख्सियत हो तुम ....................
बहुत खूब.
खूब गुजरेगी जब मील बैठेंगे दीवाने दो

जो भी प्यार से मीला, हम उसी के हो लीये.
राह पर राही एकला नीकला था. साथी बनते गए,
काफीला बढ़ता रहा, दोस्त साथ चलते, मज़े लूटते रहे
काफीला गुजर गया रकीब गुबार देखते रहे.

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