आंधियां बुझा सकी न मेरे चिरागों को
मुझको तो मेरी माँ की दुवा का असर लगता है
-.-.-.-.-.
माँ की दुआ का असर, हर कहर से बड़ा होता है
जीस के साथ माँ खडी हो, उसे कया कभी कोई रंज होता है?
तुम बात चिरागों की करते हो, हमने तो करिश्मा देखा है
दामन में माँ के बड़ी जगह होती है, और दिल तो बड़ा ही होता है
एक फितने ने माँगा अपने आशिक से माँ का दिल , और माँ ने कलेजा काड कर दे दिया
हडबडी में चलते आशिक, ठोकर खा के गिर गया
फ़ौरन उस कटे दिल से आवाज आई
बेटा ठीक तो है ना , कहीं चोट तो नहीं आई
Wednesday, May 7, 2008
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1 comment:
bahut sundar
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