Friday, April 26, 2024

हिचकी

 

जब भी हमे हिचकी आती है

हमे तुम्हारी भी याद आती है।


शायद तुम याद करते हो।

दिल के किसी कोने में

आज भी हमे रखते हो।


दुनिया के मेले में 

रोज के नए झंझट, झमेले में

यादें खो जाती हैं।


नए रिश्ते, नए दोस्त जो दिखते हैं

पुरानों पर धूल सी चढ़ जाती है।


यह हिचकी बड़ी जालिम है

जो बारंबार अपनों की

यानी तुम्हारी याद कराती है।

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