मेरे गुलशन के सुमन
मेरी आँखों के भुवन
मेरे जीवन के हमदम
मेरी सांसो की सरगम
मेरे दिल की धड़कन
मेरी कामना सरवम
तुम्हारा साथ रहे हरदम
Wednesday, June 4, 2008
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कुछ टुटी फूटी रचनाएँ समर्पीत हैं आपको,शायद पसंद आयें ... जय गणपती जय विनायक जय गजानन रिधि सिधि दायक, बुधिदाता,लेखनी के भगवान कृपा करो,प्रदान करो ग्यान, लेख,ख्याति का वरदान
1 comment:
" aapke kamna ishwar jrur puree kren, in subhkamnaon ke sath"
seema gupta
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