इश्क तो अंधा था जो तुम्हे मैं मिल गया।
ढूंढा सातो जहां में
खुली आँखों से ,
आंख बंद की तो
बगल में पा गया
स्वाति की एक बूंद जो मिली
मोती सा सनम पा गया
ढूंढा सातो जहां में
खुली आँखों से ,
आंख बंद की तो
बगल में पा गया
स्वाति की एक बूंद जो मिली
मोती सा सनम पा गया
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