जब भी हमे हिचकी आती है
हमे तुम्हारी भी याद आती है।
शायद तुम याद करते हो।
दिल के किसी कोने में
आज भी हमे रखते हो।
दुनिया के मेले में
रोज के नए झंझट, झमेले में
यादें खो जाती हैं।
नए रिश्ते, नए दोस्त जो दिखते हैं
पुरानों पर धूल सी चढ़ जाती है।
यह हिचकी बड़ी जालिम है
जो बारंबार अपनों की
यानी तुम्हारी याद कराती है।
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