मैं नशे में रहता हूं
तुम्हारा क्या हाल है?
यह दुनिया बेगानी,
जी का जंजाल है|
कुछ सुनो कुछ सुनाओ ,
कुछ याद रखो,
कुछ भूल जाओ
रहो नशे में प्यार के यारों
भूलो दुख, दर्द, नफरत प्यारों|
इस ग्रुप में सभी पके आम हैं
रस भरे, तजुर्बे पर खरे,
चिंता, सलाह, सोच इनका काम है
जब तक रहें इनका जलवा
फिर तो दीवार पर लटकना
हमारा अंजाम है ||
No comments:
Post a Comment