यह दुनिया बेगानी
बेरंगी बेमानी
मतलबियों से भरी हुई
बेवफाओं से सजी हुई
बाप बड़ा ना भैया
सबसे बड़ा रुपिया
बनावटी बदन,
लीपे पुते दर्शन
मुखोटों से ढके
मिश्री से भरे
सार रहित वचन
फिर भी चाहत हसरत
से भरपूर टूटता यह मन
कुछ टुटी फूटी रचनाएँ समर्पीत हैं आपको,शायद पसंद आयें ... जय गणपती जय विनायक जय गजानन रिधि सिधि दायक, बुधिदाता,लेखनी के भगवान कृपा करो,प्रदान करो ग्यान, लेख,ख्याति का वरदान
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