साथ में यादों की घटा छा जाती है।।
यह खुशनुमा भोर और उसकी अंगड़ाई
चिलमन से पहली किरण की अगवाई।
ख्वाबों में फिर प्याले में मिठास भर लाई
वोह अपने हाथों में चाय लेकर थी
आई
हाय ख्वाब टूटा और
चाय हाथ ना आई।
कुछ टुटी फूटी रचनाएँ समर्पीत हैं आपको,शायद पसंद आयें ... जय गणपती जय विनायक जय गजानन रिधि सिधि दायक, बुधिदाता,लेखनी के भगवान कृपा करो,प्रदान करो ग्यान, लेख,ख्याति का वरदान
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