खिलते है कीचड़ में कमल,
देखा मैने कमल तडाग
दूर दूर तक गुलाबी कमल
जो मुरझाते नही,
चाहे गर्मी हो या सर्दी
सुखा या बारिश।
तैयार होते
चढ़ने को मां भारती के चरणों में।
जलते देखे
गंदे हाथ, झाड़ु आडू भाडू राडू
कमल की बहार देख कर।
देश का विकास देख कर
मोदी का राज देख कर
फलक पर कमल चढ़ता देख कर।
आती हुई मोदी सरकार देख कर
चार जून को देखेंगे
गंदे हाथ, झाड़ु आडू भाडू राडू
ठोकते अपना माथा
अपना हश्र देख कर
एक सत्य, एक भविष्य
" आएगा तो मोदी ही"
फिर इस बार
कमल की बहार
एनडीए की सरकार
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