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बिहार का संग्राम 2024
दे दी पटकनी लालू तेजस्वी, राहुल को तुने बिना खडग बिना ढाल।
पटना के रन बांकुरे तुमने कर दिया कमाल।।
कल तक नितीश- मोदी झेलते थे हमले बार बार।
राज में ना बिजली, ना रक्षा, जनता में हाहाकार ।।
जयप्रकाश के पठे बिहार में जन्मे दो सितारे।
नितीश इस धरती के तारे।।
सामने थी बेकारी, अन्धकार,
और सूखा बाढ़ गरीबी लाचारी ।
साथ थी हिम्मत, हौसला,
संगठन शक्ति और दयानतदारी ।।
पांच वर्ष पहीले अंधकार विरासत में मिला था ।
सामने समश्याओं का लम्बा सिलसिला था ।।
लड़ते लड़ते निकल गये
सरदारों के सरदार ।
हिम्मत ना हार के
आगयी परिक्षा जनता के दरबार ।।
परीक्षक केद्र सरकार के
2010फिर 2015 का सुशासन राज ।
2024 में पुन: जनता के दरबार में आवाज़।।
कहीं राहुल
कहीं लल्लू ।।
कुरुक्षेत्र सज चूका।
बिहार चुनाव धधक चूका।।
फिर महागठबंधन बन गया।
ऐनडीए के सामने इंडी रावण सेना सा डट गया।।
ओबेस्सी जैसे देश तोड़क भी आ गए।
कितने ही बिहार के स्वंभू मालिक बन गए।।
हमले होंगे, तीर चलेगै आरोप लगेगै।
अपने पराये हुए, दिल में खंजर से लगेगै।।
जनता पर विश्वास ,कर्म पर भरोसा।
साथ कमल सा कोमल और तीर कठोर सा।।
साथ में और हम होंगे।।
पासवान ऊपर चले गए
चिराग अपनो को जलाने आयेंगे।।
भिड़ गये बोल
हर हर महादेव अल्लाह हो अकबर ।।
सामने तेजस्वी, लालू राउल, सोनिया।
ना जाने कितने एक से एक बढ़ कर।
काम जीतेगा, विश्वाश बढ़ जायेगा ।
मोदी जी का जादू चल गया।
डबल इंजन, डबल युवराज पर चढ़ गया।
सुशासन बाबू का तीर निशाने पर लग गया।।
भाजपा का कमल, पूरे बिहार में खिल गया।।
आओ करें सम्मान इस जीत का।
जो करेगी विकास बिहार का, बिहारी का।।
रन बाकुरो जीत को संभालना साथ निभाना।
कमल खिला रहे, तीर पैना रहे ।
जनता की आस को निभाना।।
प्रस्तुतकर्ता
डा श्रीकृष्ण मित्तल
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