Tuesday, November 10, 2020
Friday, November 6, 2020
करोना को जवाब पटाखे बन्द
कोरोना को हराने को गोमय दीपक अपनाएं।
यह वर्ष विशेष है।
पूर्ण विश्व कोराना त्रस्त हैं।
राम मंदिर का निर्माण तेज है।
अयोध्या उत्थान कार्य उन्नत है।।
करोना पीड़ित पटाखों से त्रस्त है।
लोग मिठाई पाने - छूने से भयभीत है।
इस वर्ष रावण मारा नहीं गया।
दशहरा पर राम का तीर नहीं चला।
बच्चे स्कूल नहीं जा रहे
मन्दिर अभी नहीं खुल रहे।
ऐसे में पटाखों का शोर बर्दास्त नहीं होगा
वायु प्रदूषण करोना पीड़ितों को आत्मघाती होगा।
कामधेनु आयोग ने चलाया अभियान।
गौमय दीपक से दीपावली का प्रयान।
देश में ५० करोड़ दीपकों की होती दीपावली
३३ करोड़ शुद्ध गोम्य दीपक बनेंगे गली गली
ना शोर होगा ना प्रदूषण होगा
बचेंगे गाय बछड़े शुद्ध वातावरण होगा।
करें ऐक संकल्प हम
विदेशी माल का बहिष्कार करेंगे
पटाखे नहीं चलाएंगे।
देश में निर्मित दीपक गणेश लक्ष्मी से
मा लक्ष्मी का आवाहन करेंगे।।
मां लक्ष्मी गणपति की कृपा से करोना हराएंगे।
हर घर में गॉमय से देश के गौवंश को बचाएंगे।।कोरोना को हराने को गोमय दीपक अपनाएं।
यह वर्ष विशेष है।
विश्व में कोराना शेष हैं।
राम मंदिर निर्माण में तेजी है।
अयोध्या उत्थान कार्य में उन्नति है।।
करोना पीड़ित पटाखों के धुएं धमाके से त्रस्त है।
लोग तो मित्रों से मिठाई पाने-छूने से भयभीत है।
इस वर्ष रावण मारा नहीं गया।
दशहरा पर राम का तीर खाली रहा।
बच्चे स्कूल नहीं जा रहे।
मन्दिर अभी नहीं खुल रहे।
ऐसे में पटाखों का शोर बर्दास्त नहीं होगा
वायु प्रदूषण करोना पीड़ितों को आत्मघाती होगा।।
कामधेनु आयोग ने चलाया अभियान।
गौमय दीपक से दीपावली का प्रयान ।।
देश में ५० करोड़ दीपकों की होती दीपावली।
३३ करोड़ शुद्ध गोम्य दीपक बनेंगे गली गली।
ना शोर होगा ना प्रदूषण होगा
बचेंगे गाय बछड़े शुद्ध वातावरण होगा।।
करें ऐक संकल्प हम.......
विदेशी माल का बहिष्कार करेंगे
पटाखे नहीं चलाएंगे।
देश में निर्मित दीपक गणेश लक्ष्मी से,
मा लक्ष्मी को बुलाएंगे।।
मां लक्ष्मी गणपति की कृपा से करोना हराएंगे।
गोमय के उपयोग से देश के गौवंश को बचाएंगे।।
।।डा श्रीकृष्ण मित्तल की विनती।।
9980246400
डा श्रीकृष्ण मित्तल की विनती।।
Thursday, October 1, 2020
डाक्टर का मशवरा
कहां कहां है हाथरस, कहां भेड़िया घाट
सभी भेड़िए ढूंढ कर , लिंग दीजिए काट
लिंग दीजिए काट, जो निर्भया सभी बच जाएं।
कर ना सके उत्पात ये भेड़िए, शहर भयमुक्त हो जाएं।
भेड़िए भेड़ बन घूमे कोई फ़िक्र नहीं।
इन महिला लोलूप भेड़ियों की सभ्य समाज में कोई जगह नहीं।
हाथरस हो या अजमेर कानून ऐक ही हो।
हम नहीं राउल प्रियंका जिनका बारां में मुख बन्द हो
आतंकवादी की कोई जात नहीं सब जानते।
इन भेड़ियों को क्यों नहीं है पहिचानते।
कहां गए वोह शेर गजकेसरी
कहां गए वो मर्यादा पुरुषोत्तम नर केशरी।
आज भेड़िए नगरो गांवों में खुले घूम रहे।
इन आवारा कुत्तों को क्यों नहीं पालिका वाहन पकड़ रहे।
इन भेड़ियों का एक ही है इल
पकड़ इन्हे, खड़ा कर चौराहे पर, लिंग दीजिए काट।।
डा श्री कृष्ण मित्तल
Friday, August 14, 2020
..पिताश्री....
पितृदिवस पर पूज्य पिताजी को स्मरण
आज आपके जन्मदिवस के पावन अवसर पे नमन करता हूँ
अपना बचपन और आपका कन्धा आज भी करता हूँ॥
एक दिन दादी ने मुझे बतलाया था
कितने मंदिर तीर्थ घुमे तो मुझे पाया था॥
मेरे जन्म पर आपने पूरे गाँव में बधाई बाटी थी
खुशिओं की सौगात और मिठाई भी बाटी थी॥
मेरे स्कूल जाने पर कितनी बलैयां ले डाली थी
पास होने पर, कितनी शाबाशीयां दे डाली थी॥
माँ मेरी शरारतों से थक तुम्हारा इंतज़ार करती थी
तुम्हारे नाम को ले ले मुझे डराया करती थी ॥
तुम उनको सुन अनसुना करते थे
राजा बेटा अच्छा बेटा कह मुझे समझाया करते थे॥
याद आता है मेरा साइकल से गिर जाना
मेरी चोट देख जैसे तुम्हारी जान निकल जाना॥
सर्दी गर्मी धुप छाओं से मुझे बचाया करते थे
मेरे हर सवाल का जवाब हर मुश्किल सुलझाया करते थे॥
जिन्दगी के हर मोड़ पर मैं ने आपको पाया था
जीवनसंगनी लाकर मेरा गृहस्थ जीवन बसाया था॥
कितनी ही बार आप भी झुंझलाते थे
बाप बनुगा तो पता चलेगा कह थक जाते थे॥
आज जब मैं भी जवान बेटे का बाप बना हू आपके कदम के निसानो पे खडा हूँ ।।
आपके पोते से मैं भी रूठ जाता हूँ
बेटा बाप बनोगे तो याद करोगे बोल जाताहूँ॥
दादा जैसा बनो उन्हें स्मरण करो उन्हें याद दिलाता हूँ
अपने जवाब - उसके मुख से सुन शर्माता- पछताता हूँ ॥
बाप बेटे के सवाल का सो बार जवाब देता है बेटा बाप के एक सवाल दुबारा आने पर सनकी, बुढा बोल देता है ॥
पितृपक्ष पर सुबह तर्पण करता है
श्राद्ध करता ब्रह्म भोज करता है
उस ही आदरणीय के अधूरे कामो से मुख मोड़ लेता है ॥
मैंने भी एक प्रण किया था इस जिन्दगी का
अच्छा बेटा बन आपके स्वप्न पूरे करने का ॥
लेकिन क्या मैं आपकी आकांक्षा पूरी कर सका हूँ
आज जिस मुकाम पर हूँ
क्या आपकी ऊंचाई तक पहुँच सका हूँ ?
अगर कोई ख़ता हुई हो तो मुझे माफ़ करना
मेरा प्रण है आपकी भावना- इच्छा पूर्ण करना ॥
आज इस आपके जन्म दिवस पर मैं नमन करता पुष्प चढाता हूँ
आशीर्वाद की कामना और श्रद्धा का विश्वास दिलाता हूँ ॥
Sunday, August 2, 2020
राम मन्दिर निर्माण
आज राम मन्दिर निर्माण की पूजा
होगा प्रारम्भ महाउत्सव व गणेश की पूजा
आओ कुछ यादें ताजा करें
रामलल्ला के 500 वर्ष के वनवास को।
अविराम संघर्ष को, कारसेवकों के बलिदान को।।
भूले नहीं हम इस अनचाहे विवाद को
सुमरिन करें सनातन के अवसाद को
जब लखनउ कोर्ट का निर्णय आना था
हम सभी का दिल थमना ऐक अफसाना था
क्या था राम मन्दिर विवाद
मित्रों............
राम जन्म भूमि विवाद
देश को परतंत्रता की सौगात
३० सितम्बर को क्या होगा?
कुछ टीवी पर आयेंगे
कुछ अख़बारों पर छाएंगे
कुछ फ़ना, कुछ शहीद,
कुछ गुमनामी में सो जायेंगे
कुछ खोजेंगे अदालती फैसले में खामिया,
कुछ प्रदेश और कुछ रास्ट्रीय सरकार में,
कुछ नाम लेंगे 'भगवा और हरे' सम्प्रदायों का
कुछ माननीय जजों को ही खोज डालेंगे
मुक़दमा आगे बढेगा,
राम तो आज भी साये में हैं
कल भी साये में ही पाएंगे
फर्क नही पड़ता इस राम भक्त को
राम तो हनुमान के सीने में सर्वदा सुरक्षित, सन्मानित,
नित्य सुमिरन पाएंगे
यह कैसा गाँधी का रामराज
जिसमे राम सीता के घर भी,
अदालती फैसले से पहिचाने जायेंगे
राम के स्थान भी कब्जा किये जायेंगे
राम सेवक तो जीतेगा ही
हम है तैयार
१५०० इसवी - नहीं - लेकिन
१९९२ फिर दुहराए जायेंगे
राम मंदिर कब बनेगा ?
सीता रसोई में भोग कब लगेगा ?
सुर्यवंश की जितनी पीढ़ी लगी थी
एक भागीरथ पाने में
क्या हमें भी इतनी पीढ़ीओं जीना,
लड़ना, भुगतना पड़ेगा
रामलल्ला को घर दिलवाने में
आज सपना सच होने जा रहा है
राम मन्दिर का निर्माण हो रहा है।
मोदी जी, पूजनीय भागवत जी
योगी जी पधारेंगे
जय श्रीराम का उद्घोष होगा
चंपतराय जी विजय ध्वज फैराएंगे।
धन्य हमारा जन्म व जीवन*जो हम यह पुनीत अवसर देख पाएंगे
राम लक्ष्मण जानकी
*जय रघुबर श्याम की।
डा श्रीकृष्ण मित्तल
Monday, May 25, 2020
यदि PM पप्पू सा होता
मादक
दवाई का सेवन करता
अमरीका
से छुड़ा कर लाना पड़ता
रंगरलियों
का दास 50
बरस का
कुंवारा
ऐक जोकर सा....
यदि
PM पप्पू
सा होता.....
संसद
में कागज फाड़े।
मतवाली आंखे मारे।
देवपुरुष
को जफ्फी मारे।
चौकीदार
को चोर कह डारे।
सुप्रीम कोर्ट में माफी डाले
ऐसे
महान पप्पू की सुन सुन
दुनिया
लज्जित होई।
इनकी
बराबरी का जोकर
ढूंढे
मिलता नहीं कोई।
इनकी
कुछ दूरदर्शी सोच........
विश्वपटल पर नाक रगड़ते,
फ़ैला
हुआ दामन होता ।
आलू
से सोना उपजाता,
आंकड़ा
पीचत्तीस का होता ॥
फ़िर
धीर वीर से भरी धरा का,
हाल
जोकरों सा होता।
यदि
PM पप्पू
सा होता
दुनिया
को शून्य दिया,
वही
भारतवर्ष लज्जित होता ।
जब
बात हिसाब की होती तो,
ढाई
हज़ार पाँच सौ को रोता।
ज्ञानियों
की पावन भूमि का ।
हर
दिन उपहास उड़ाते सब,
भूल
से भी मेरे भारत का
यदि
PM पप्पू
सा होता
JNU में
संसद चलती,
AMU राज्यसभा
होता ।
टुकड़े-टुकड़े
गैंगों के लिए,
एक
अलग से मंत्रालय होता॥
जहाँ
देश विरोधी नीतियों का,
नित
सृजन और अमल भी होता ।
भूल
से भी मेरे भारत का ........
यदि
PM पप्पू
सा होता
कश्मीर
से कन्याकुमारी तक का,
खाका
नया खिंचा होता ।
गद्दारों
की इस टोली का,
सरदार
भी सरकारी होता॥
जहाँ
मुस्लिम तुष्टीकरण हँसता,
ईसाई
धर्मांतरण हर कोने में पता।
कात्रची
एंडरसन मामा देश लूटते
भूल
से भी मेरे भारत का.........
यदि
PM पप्पू
सा होता
सलाहकार
शरजील,
प्रचारक
छात्र कन्हैया सा होता।
एक
और विभाजन भारत का,
यही
लक्ष्य गद्दारों का होता॥
भाईचारे
का पहन के चोला,
क़त्ल
संविधान का होता ।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
ताहिर
हुसैन सा हत्यारा,
सरकार
का अति प्यारा होता ।
दिल्ली
दंगे में शामिल हर,
दंगाई
भी न्यारा होता॥
फ्रीडम
फाइटर कहलाता वो,
जो
तनिक चुटैल हुआ होता ।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
अब
बात करें कोरोना की,
घोटाले
का माध्यम होता ।
जहाँ
जमाखोरी जमकर होती,
मास्क
दौलत बरसाता होता ॥
उपकरणों
की खरीद होती,
घोटालों
का मंज़र होता ।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
जनता
को राहत सामग्री,
एक
ज़रिया कमाई का होता।
CWG घोटाले
का,
अवतार
अवतरित यूँ होता॥
तब
भोजन के प्रति पैकेट का,
टैरिफ
भी खासमखास होता।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
यदि
PM पप्पू
सा होता
पौ
बारह होती बहना की,
ट्रेडिंग
जीजा करता होता।
अंजामों
से बेपरवाह PM,
कुत्तों
से खेल रहा होता ॥
मंत्री
संतरी होते प्रसन्न,
उत्सव
सा उनके घर होता।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
यदि
PM पप्पू
सा होता
हावी
हो जाती महामारी
तो
पप्पू नानी घर होता ।
दीदी
जीजा के घर रहती,
मम्मी
का विदेश दौरा होता॥
ख़ुद
ही लड़ता ख़ुद ही मरता,
ये
देश अनाथों सा होता ।
भूल
से भी मेरे भारत का.........
यदि
PM पप्पू
सा होता
कहर
कोरोना का घर घर,
जमकर
कर रहा होता तांडव।
हर
भारतवासी कोरोना से
ख़ुद
ही जूझ रहा होता ॥
चित्कार
रही होती जनता,
घर
घर कोहराम मचा होता॥
भूल
से भी मेरे भारत का.
यदि
PM पप्पू
सा होता........
भूल
से भी मेरे भारत का
यदि
PM पप्पू
सा होता॥
.....वन्दे
रोम मातरम ॥
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