श्री भारत चरण रज, निज
मन मुकुर सुधार ।
वरणौ मोदी विमल जस, जो करता जग सुधार ।।
बुद्धि हीन खुदको जान के, सुमरो गुर्जर कूमार।
यश कीर्ति शांति देवोमुझे, हरो गरीबी आतंक अत्याचार ।।
बुद्धि हीन खुदको जान के, सुमरो गुर्जर कूमार।
यश कीर्ति शांति देवोमुझे, हरो गरीबी आतंक अत्याचार ।।
जय नरेन्द्र ग्यान गुन सागर | जय मोदी तिहुँ लोक उजागर ||
राष्ट्रदूत अतुलित बलधामा | हीराबेन पुत्र नरेन्दर नामा ||
तुम उपकार राष्ट्र पर कीन्हा | गुजरात संवारि स्वर्ग सम कीन्हा ||
माया, मुलायम थर थर काँपैं | काँग्रेस को चिंता व्यापै ||
नासहि सपा मिटैं बसपाई | खिलै कमल फूलैं भजपाई ||
साधु संत के तुम रखबारे | असुर निकंदन राष्ट्रदुलारे ||
संत रसायन तुम्हरे पासा | सदा रहहु भारत के दासा ||
भारत विश्वगुरु बन जावै | जब मोदी दिल्ली मैं आवै ||8
चीन पाक दोउ निकट न आवै | जब मोदी को नाम सुनावै ||9
नासहिं दुष्ट और अपराधा | भ्रष्टाचार मिटावहिं बाधा ||10
करहि विकास स्वर्ग सम सुंदर | बनहि राम को सुंदर मंदिर ||11
असुर निवारि सुरन्ह कौ थापैं | राहुल सोनिया कबहुँ न व्यापै ||12
मोदी मंत्र एक सम जाना | करहि विकास राष्ट्र सनमाना ||13
भारत राष्ट्र पराक्रमशाली | होहि सिद्ध यह शंशय नाही ||14
जब तूम ने भृकुटि को ताना । नोटबंदी
हुई लगी कतारें नाना।।15
देश व्यापार तुमने विचारा । जीएसटी मे घेरा सारा।।16
तुमरो जस अमित ने गाया । राज पुरे
भारत का पाया।17
अरूण ने तुम्हे ध्याया ।
धन रक्षा दोनो पाया।।18
साधू संत ने तूम्हे पुकारा | योगी को दिया युपी सारा।।19
जिसने तुम्हे आंख दिखाई । पाक जैसी समर गति पाई।।20
जो यह पढे मोदी चालीसा । होय सिद्ध
राजा जैसा।।
यह सेवक सदा मोदी चेरा । किजे नाथ
ह्रदय मे डेरा।।
दामोदर तनय भारत रत्न, मंगलमुर्ती
रुप।
देशरक्षा करण दुष्टदलन, ह्रदय बसो यही रूप।।
देशरक्षा करण दुष्टदलन, ह्रदय बसो यही रूप।।